Kashi Amarnath A Social Awareness Film With Entertainment Gets Bumper Opening

सामाजिक संदेश के साथ मनोरंजन – काशी अमरनाथ

प्री वीक में भी मिली संतोषजनक ओपनिंग

आम तौर पर भोजपुरी फिल्मे मात्र दर्शको के मनोरंजन को ध्यान में रख कर बनाई जाती है । कभी कभार ही कोई फ़िल्म मनोरंजन के अलावा संदेश भी देती है । देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा की बतौर निर्मात्री दूसरी फिल्म काशी अमरनाथ में सामाजिक सरोकारों , स्वच्छय भारत अभियान के साथ साथ नशाखोरी के खिलाफ भी जंग है । पर्पल पेबल पिक्चर्स व रोज क्वार्ट्ज़ एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी निर्माता प्रियंका चोपड़ा , सिद्धार्थ चोपड़ा व डॉ नेहा शांडिल्य की काशी अमरनाथ दीपावली के अवसर पर सम्पूर्ण भारत मे एक साथ रिलीज हुई है । बिहार में छठ के पूर्व फ़िल्म को रिलीज करना आत्मघाती कदम माना जाता है क्योंकि इस सप्ताह में किसी भी फ़िल्म को दर्शक नही मिलते हैं लेकिन काशी अमरनाथ ने इसे झुठला दिया है ।

 

फ़िल्म को बिहार , झारखंड , मुम्बई गुजरात और दिल्ली यू पी में काफी अच्छी ओपनिंग मिली है ।  लेखक निर्देशक संतोष मिश्रा की इस फ़िल्म की कहानी है काशी ( निरहुआ ) नाम के एक युवक की जिसके दोस्त की मौत गुटका खाने से हो जाती है और वह केंसर हॉस्पिटल बनाने का प्रण लेता है । उसके इस नेक काम मे उनके दोस्तों के अलावा डॉ नंदिनी ( नवोदित सपना गिल ) का भी सपोर्ट मिलता है ।  इलाके के धनाढ्य अमरनाथ ( रवि किशन ) की विदेश में पली बढ़ी बहन नीलम ( आम्रपाली दुबे )   पढ़ाई पूरी कर आने के बाद पान मसाला की फैक्ट्री लगाना चाहती है और फैक्ट्री के लिए जमीन भी देख लेती है । यह वही जमीन है जहां काशी अस्पताल बनाना चाहता है । इस जमीन के लिए हुए संघर्ष के बीच एक पक्ष महेंद्र बाबू ( सुशील सिंह ) का भी है जो अमरनाथ के सौतेले भाई है । काफी जद्दोजहद के बीच आखिरकार केंसर हॉस्पिटल का निर्माण अमरनाथ के सहयोग से हो जाता है । काशी अमरनाथ का सबल पक्ष है संदेश के साथ मनोरंजन और कर्णप्रिय संगीत । सभी कलाकारों ने अपना अपना काम बखूबी निभाया है । दादा जी की भूमिका में अनूप अरोरा , नंदू की भूमिका में गौरी शंकर और कुंती की भूमिका में सोनिया मिश्रा ने अपने किरदार के साथ भरपुर न्याय किया है । फ़िल्म की शूटिंग झारखंड के खूबसूरत लोकेशन में हुई है जिसे खूबसूरती से कैमरे में उतारा है राकेश रोशन सिंह प्रिंस ने । काशी अमरनाथ के संगीतकार हैं मधुकर आनंद जबकि गीतकार हैं प्यारेलाल कवि , आजाद सिंह और श्याम देहाती । एसोसिएट प्रोड्यूसर हैं रवि शंकर जायसवाल  ,  प्रचारक हैं उदय भगत , रंजन सिन्हा व संजय पुजारी ।