अग्निफ़ेरा में बंधे अमित झा 

छोटे परदे पर कलाकारों को फटाफट लोकप्रियता तो मिलती है पर उन्हें लोकप्रिय बनाने में जिनका बहुत बड़ा योगदान होता है वो होते हैं शो या धारावाहिक के लेखक ।  टीवी को लेखको का माध्यम तो कहा जाता है लेकिन चैनलो की भीड़ में चंद नाम ही ऐसे होते हैं जिनकी लेखनी को दर्शक भी पहचानते हैं ।  उन्ही में से एक नाम है लेखक अमित झा का ।  बतौर लेखक सभी बड़े चैनल्स पर कई नामी शो का हिस्सा रहे अमित झा का नया धारवाहिक पिछले दिनों एंड टीवी पर शुरू हुआ है ।  भोजपुरी चैनल महुआ के धारावाहिक सातों वचनवा निभाइब सजना से बतौर लेखक छोटे परदे पर कदम रखने वाले अमित झा ने भोजपुरी की कुछ अच्छी फिल्मो का भी लेखक किया है ।

बिहार के चम्पारण की उर्बरा धरती की उपज अमित झा ने मातृभाषा प्रेम के कारण भोजपुरी फिल्म जगत में कदम तो रखा लेकिन भोजपुरी में बढ़ती अश्लीलता और अपने मन मुताबिक निर्माता – निर्देशक ना मिलने कारण उन्होने हिन्दी धारावाहिक का रूख़ किया और वहाँ भी उन्होने अपने लेखन में मिट्टी की खुशबू बिखेरे रखी । अमित झा ने सभी बड़े चैनल्स के लिए धारावाहिको की कहानी, पटकथा और संवाद का लेखन किया , जिनमे सर्विस वाली बहु, भाग्य विधाता, अफ़सर बिटिया , सावधान इंडिया , आमना सामना , रुक जाना नहीं , गुनाहों का देवता , लुटेरी दुल्हन, बैरी पिया , स्वर्ग , माटी के बन्नो आदि प्रमुख हैं. हाल ही में शुरू हुए धारावाहिक अग्निफ़ेरा में अमित झा कहानी,पटकथा और संवाद तीनो के दायित्व का निर्वाह कर रहे हैं।  अपनी प्रोडक्शन हाउस बुल्ला टॉकीज के बैनर तले एक हिंदी फिल्म का भी निर्माण कर रहे अमित लेखन के साथ साथ अब निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखने वाले हैं ।